ऐ जिंदगी
ए जिन्दगी तुझे जीने की
मुकम्मल कोशिशें जारी है ।
पंख नहीं तो क्या हुआ पर
हौसलौं से उड़ान भरने की
आपको मंजु की तैयारी है ।
डॉ मंजु सैनी
गाजियाबाद
ए जिन्दगी तुझे जीने की
मुकम्मल कोशिशें जारी है ।
पंख नहीं तो क्या हुआ पर
हौसलौं से उड़ान भरने की
आपको मंजु की तैयारी है ।
डॉ मंजु सैनी
गाजियाबाद