ऐ! जिंदगी बता तू क्या है
ऐ! जिंदगी बता तू क्या है ।
महलो में खुश या झोपड़ों में,
अमीरी में या गरीबी के थपेड़ों में,
ईर्ष्या भाव मे या स्नेह के प्यार में,
शत्रुता में या यार के दीदार में,
ऐ! जिंदगी बता तू क्या है ।
हो रही साँसे कम,
बड़ रहा घोर तम,
टूट रहा विश्वास,
हो गए आराम के दास,
ऐ! जिंदगी बता तू क्या है ।
मची होड़ है,
नही तोड़ है,
कोसो दूर शांति है,
चहुँओर अशांति है,
ऐ! जिंदगी बता तू क्या है ।
जितने साधन है सुलभ,
जीवन हुआ अति दुर्लभ,
तरस रहा आने को पसीना,
दिखावे में फूल रहा सीना,
ऐ! जिंदगी बता तू क्या है ।
भूल गए करना राम राम,
सब पर भारी है आराम,
सुख की छाया में,
पल रहे रोग काया में,
ऐ! जिंदगी बता तू क्या है ।।
।।।जेपीएल।।।