ऐ ज़िंदगी
बस एक बार इतना ही बताना है तुमको!
ऐ ज़िंदगी कुछ भी तो नहीं मिला हमको!
प्यार मुहब्बत का सिला कुछ भी नहीं हैं!
दर्द के सिवा कुछ भी नहीं मिला हमको!
सारे अरमान मेरे जल कर खाक हो गये!
लोग कहते हैं जल के क्या मिला तुमको!
जब बुरे थे तो चरचा था अपना हर तरफ़!
भले बनकर देखा कुछ नहीं मिला हमको!
बहुत कोशिशे की मैने मिलने की उन से!
बस जमाने भर नहीं मिलने दिया हमको!
~अनूप एस.