Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jul 2021 · 1 min read

ऐसे ही रिश्ते निभाना ___ कविता

ऐसे ही रिश्ते निभाना।
आना और बुलाना।
बदल जाए चाहे जमाना।
अपना सच्चा याराना।।
वैसे कौन पूछता है आजकल,
कोई अपने खास को।
पर हमें नहीं,
वह राह अपनाना।।
ना तुम्हें रहना,
हमें भी है जाना।
क्यों छोड़े हम फिर,
यह प्रीत का तराना।।
कोई कैसे ही रहे,
उन्हें भी हमको है समझाना,
न रखना दूरियां,
नजदीकियां बढ़ाना।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
2 Likes · 466 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बात पते की कहती नानी।
बात पते की कहती नानी।
Vedha Singh
गं गणपत्ये! माँ कमले!
गं गणपत्ये! माँ कमले!
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जब ये मेहसूस हो, दुख समझने वाला कोई है, दुख का भर  स्वत कम ह
जब ये मेहसूस हो, दुख समझने वाला कोई है, दुख का भर स्वत कम ह
पूर्वार्थ
लघुकथा - एक रुपया
लघुकथा - एक रुपया
अशोक कुमार ढोरिया
यूं ही नहीं कहलाते, चिकित्सक/भगवान!
यूं ही नहीं कहलाते, चिकित्सक/भगवान!
Manu Vashistha
हाइकु- शरद पूर्णिमा
हाइकु- शरद पूर्णिमा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"मौत की सजा पर जीने की चाह"
Pushpraj Anant
आराम का हराम होना जरूरी है
आराम का हराम होना जरूरी है
हरवंश हृदय
मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से।
मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से।
सत्य कुमार प्रेमी
नज़र का फ्लू
नज़र का फ्लू
आकाश महेशपुरी
दो जून की रोटी
दो जून की रोटी
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
*नारी है अबला नहीं, नारी शक्ति-स्वरूप (कुंडलिया)*
*नारी है अबला नहीं, नारी शक्ति-स्वरूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
DR Arun Kumar shastri
DR Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Dead 🌹
Dead 🌹
Sampada
कविता के प्रेरणादायक शब्द ही सन्देश हैं।
कविता के प्रेरणादायक शब्द ही सन्देश हैं।
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
--जो फेमस होता है, वो रूखसत हो जाता है --
--जो फेमस होता है, वो रूखसत हो जाता है --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
सतरंगी आभा दिखे, धरती से आकाश
सतरंगी आभा दिखे, धरती से आकाश
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जीवन के पल दो चार
जीवन के पल दो चार
Bodhisatva kastooriya
कैसे हाल-हवाल बचाया मैंने
कैसे हाल-हवाल बचाया मैंने
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
2486.पूर्णिका
2486.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*
*"मुस्कराने की वजह सिर्फ तुम्हीं हो"*
Shashi kala vyas
"यादों की बारात"
Dr. Kishan tandon kranti
नाम लिख तो दिया और मिटा भी दिया
नाम लिख तो दिया और मिटा भी दिया
SHAMA PARVEEN
जीवन के लक्ष्य,
जीवन के लक्ष्य,
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
दोहा पंचक. . . मकरंद
दोहा पंचक. . . मकरंद
sushil sarna
।। आशा और आकांक्षा ।।
।। आशा और आकांक्षा ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बेइंतहा सब्र बक्शा है
बेइंतहा सब्र बक्शा है
Dheerja Sharma
*20वे पुण्य-स्मृति दिवस पर पूज्य पिता जी के श्रीचरणों में श्
*20वे पुण्य-स्मृति दिवस पर पूज्य पिता जी के श्रीचरणों में श्
*प्रणय प्रभात*
Loading...