ऐसे तो ना मोहब्बत की जाती है।
ऐसे तो ना मोहब्बत की जाती है।
इश्क खुदा है इसकी इबादत की जाती है।।1।।
रुला कर तुम सदा ही हंसाते हो।
तुमसे ही हम पर ये हिमाकत की जाती है।।2।।
हंस कर बोला करो हर किसी से।
गर हो कोई गुनाह तो नदामत की जाती है।।3।।
खुश रहने का नुस्खा बताता हूं।
सुकूँ पाने को कुराने तिलावत की जाती है।।4।।
तमन्नाओं को कब तक रुकोगे।
जरूरतों की खातिर तिज़ारत की जाती है।।5।।
कमज़ोर हो तो क्या हुआ तुम।
खुदा से जुल्मो की शिकायत की जाती है।।6।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ