Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2023 · 1 min read

ऐसा कभी ना करना

तुम रूठ जाओ हमसे
ऐसा कभी न करना
मैं एक नजर को तरसूं
ऐसा कभी न करना

मैं पूछ पूछ कर हारूं
सौ सौ सवाल करके
तुम कोई जवाब न दो
ऐसा कभी न करना

मुझसे ही मिलके हंसना
मुझसे ही मिलके रोना
मुझसे बिछड़ के जी लो
ऐसा कभी न करना

तुम चांद बन के रहना
मैं देखता रहूं तुम्हें
किसी रोज तुम ना निकलो
ऐसा कभी न करना

तुम चले जाओ जब भी
मैं देखूं तुम्हारा रास्ता
तुम लौट कर न आओ
ऐसा कभी न करना

107 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुझे पाने इश्क़ में कोई चाल तो चलो,
मुझे पाने इश्क़ में कोई चाल तो चलो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आपकी लिखावट भी यह दर्शा देती है कि आपकी बुद्धिमत्ता क्या है
आपकी लिखावट भी यह दर्शा देती है कि आपकी बुद्धिमत्ता क्या है
Rj Anand Prajapati
" मेरा प्यार "
DrLakshman Jha Parimal
हर फूल खुशबुदार नहीं होता./
हर फूल खुशबुदार नहीं होता./
Vishal Prajapati
घन की धमक
घन की धमक
Dr. Kishan tandon kranti
बहुत बुरी होती है यह बेरोजगारी
बहुत बुरी होती है यह बेरोजगारी
gurudeenverma198
इस मुस्कुराते चेहरे की सुर्ख रंगत पर न जा,
इस मुस्कुराते चेहरे की सुर्ख रंगत पर न जा,
डी. के. निवातिया
माना इंसान अज्ञानता में ग़लती करता है,
माना इंसान अज्ञानता में ग़लती करता है,
Ajit Kumar "Karn"
"मैं एक पिता हूँ"
Pushpraj Anant
प्रीत ऐसी जुड़ी की
प्रीत ऐसी जुड़ी की
Seema gupta,Alwar
हकीकत जानूंगा तो सब पराए हो जाएंगे
हकीकत जानूंगा तो सब पराए हो जाएंगे
Ranjeet kumar patre
#क्या_पता_मैं_शून्य_हो_जाऊं
#क्या_पता_मैं_शून्य_हो_जाऊं
The_dk_poetry
दिल की रहगुजर
दिल की रहगुजर
Dr Mukesh 'Aseemit'
सच तो लकड़ी का महत्व होता हैं।
सच तो लकड़ी का महत्व होता हैं।
Neeraj Agarwal
शिव-स्वरूप है मंगलकारी
शिव-स्वरूप है मंगलकारी
कवि रमेशराज
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
इश्क़ के नाम पर धोखा मिला करता है यहां।
इश्क़ के नाम पर धोखा मिला करता है यहां।
Phool gufran
हटा लो नजरे तुम
हटा लो नजरे तुम
शेखर सिंह
तुझे किस बात ला गुमान है
तुझे किस बात ला गुमान है
भरत कुमार सोलंकी
कहे साँझ की लालिमा ,
कहे साँझ की लालिमा ,
sushil sarna
4204💐 *पूर्णिका* 💐
4204💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
दुनिया की ज़िंदगी भी
दुनिया की ज़िंदगी भी
shabina. Naaz
तुमको हक है जिंदगी अपनी जी लो खुशी से
तुमको हक है जिंदगी अपनी जी लो खुशी से
VINOD CHAUHAN
घने साये के लिए दरख्त लगाया जाता है
घने साये के लिए दरख्त लगाया जाता है
पूर्वार्थ
■ चुनावी साल के चतुर चुरकुट।।
■ चुनावी साल के चतुर चुरकुट।।
*प्रणय प्रभात*
बरकत का चूल्हा
बरकत का चूल्हा
Ritu Asooja
सरकारी नौकरी
सरकारी नौकरी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मईया कि महिमा
मईया कि महिमा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्यार की कलियुगी परिभाषा
प्यार की कलियुगी परिभाषा
Mamta Singh Devaa
जीवन पथ पर
जीवन पथ पर
surenderpal vaidya
Loading...