ए चाँद
हे चाँद एक बार,
आ जाओ न जमीन पर l
तू आकाश भी,
भूल जाएगा l
वहाँ माना, तारे, सितारे है,
यहाँ भी तुझे चाहने वाले है l
माना आकाश, पिता है तेरा,
धरती भी है माँ तेरी l
माँ की गोद मे आकर,
एक बार तो दुलार ले जा l
कसम से माँ का प्यार पाकर,
तू न जाने की कसम, खा लेगा l
शीमा की ✍ से