एक भूखे पेट को
एक भूखे पेट को भरपेट खाना चाहिए ।
इतनी सी तहजीब तो हमको भी आना चाहिए ।।
पंछियों को पिंजरों में क्यों कैद करके रख लिया ।
उनको भी स्वच्छंद नभ में आबो दाना चाहिए ।।
अंदाजों से आंकिये मत यूँ किसी की अहमियत ।
कद किसी का नापने को एक पैमाना चाहिए ।।
मर्ज बढता जा रहा ज्यों ज्यों दवाएं कर रहे ।
अब दुआओं के लिए मंदिर में जाना चाहिए ।।
हर जगह इतने झुके तो टूटकर रह जाओगे ।
कुछ जगह तनकर जमीरों को बचाना चाहिए ।।
फ़क़ीरों को पूजने से कुछ नहीं मिल पायेगा ।
अपने मन में अदब की तासीर लाना चाहिए ।।
जमाने की इज्जतें कर करके बूढ़े हो गए ।
कुछ तो खुद के लिये भी इज्जत कमाना चाहिए ।।
जिसके दिल में रहम का दरिया हिलोरें मारता ।
उसी को फरियाद जाकर के सुनाना चाहिए ।।