Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Nov 2021 · 1 min read

एक बूंद सुकून

मेरी ज़िंदगी के
आखिरी लम्हों में
कोई झूठ मत रखना
कोई फ़रेब मत रखना
मत रखना
कोई झूठी उम्मीद
तसल्ली… ख़्वाब
बस उस एक लम्हे में
एक बूंद सुकून डाल देना
जो मुझे टनों मिट्टी के नीचे
सैराब करती रहें
क़यामत तक।

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 503 Views

You may also like these posts

*आत्ममंथन*
*आत्ममंथन*
Pallavi Mishra
*एक ग़ज़ल* :- ख़्वाब, फ़ुर्सत और इश़्क
*एक ग़ज़ल* :- ख़्वाब, फ़ुर्सत और इश़्क
मनोज कर्ण
सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जा रही है.
सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जा रही है.
श्रीहर्ष आचार्य
■ सरोकार-
■ सरोकार-
*प्रणय*
ज़िन्दगी  कुछ  नहीं हक़ीक़त में,
ज़िन्दगी कुछ नहीं हक़ीक़त में,
Dr fauzia Naseem shad
बुली
बुली
Shashi Mahajan
" करवा चौथ वाली मेहंदी "
Dr Meenu Poonia
जीवन का लक्ष्य
जीवन का लक्ष्य
Sudhir srivastava
छल करने की हुनर उनमें इस कदर थी ,
छल करने की हुनर उनमें इस कदर थी ,
Yogendra Chaturwedi
समय ⏳🕛⏱️
समय ⏳🕛⏱️
डॉ० रोहित कौशिक
तौबा- तौबा  आजकल,
तौबा- तौबा आजकल,
sushil sarna
" सच "
Dr. Kishan tandon kranti
...........,,
...........,,
शेखर सिंह
3539.💐 *पूर्णिका* 💐
3539.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ज़िंदगी के सौदागर
ज़िंदगी के सौदागर
Shyam Sundar Subramanian
आजादी का जश्न मनायें
आजादी का जश्न मनायें
Pratibha Pandey
सुमिरन ,ध्यान ,योग, सरल जीवन शैली मनुष्य को सरलता का समर्थन
सुमिरन ,ध्यान ,योग, सरल जीवन शैली मनुष्य को सरलता का समर्थन
Shashi kala vyas
पसीने वाली गाड़ी
पसीने वाली गाड़ी
Lovi Mishra
दर्द की नदी जैसे बहते रहे हम,
दर्द की नदी जैसे बहते रहे हम,
रश्मि मृदुलिका
और इच्छा हो जाती है
और इच्छा हो जाती है
Vishnu Prasad 'panchotiya'
19. कहानी
19. कहानी
Rajeev Dutta
वो दिन क्यों याद
वो दिन क्यों याद
Anant Yadav
मैंने चलना सीख लिया ♥️
मैंने चलना सीख लिया ♥️
पूर्वार्थ
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
चाहत
चाहत
Phool gufran
बुढ़ापा
बुढ़ापा
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
हां मैं उत्तर प्रदेश हूं,
हां मैं उत्तर प्रदेश हूं,
Anand Kumar
हम सब मिलकर, ऐसे यह दिवाली मनाये
हम सब मिलकर, ऐसे यह दिवाली मनाये
gurudeenverma198
बना देता है बिगड़ी सब, इशारा उसका काफी है (मुक्तक)
बना देता है बिगड़ी सब, इशारा उसका काफी है (मुक्तक)
Ravi Prakash
पहली मुलाकात ❤️
पहली मुलाकात ❤️
Vivek Sharma Visha
Loading...