एक बहन की मन्नत
भाई -बहन के पवित्र रिश्ते के इस पावन त्योहार पर प्रस्तुत है मेरी एक छोटी सी कविता।
शीर्षक:-एक बहन की मन्नत
बाँधकर राखी कलाई पर भाई को
जीवन भर का साथ है माँगती ।
चाहे छूटे प्रीत जमाने में सबसे,
भाई का स्नेह सदैव है माँगती ।
रहे संबंध सदा अटूट भाई का,
दुआओं में बहनें यही है माँगती ।
रहे चमकता मेरे भाई का जहाँ,
सबके लिए ये खुशियाँ है माँगती ।
फीका न परे कभी स्नेह भाई का ,
न विसराने का वचन है माँगती।
चाहे कितनी भी उलझे हम जीवन में,
वादा भाई से सदैव साथ का माँगती।
स्वरचित और मौलिक।
✍️✍️✍️खुश्बू खातून