” एक बरोबर आय “
” एक बरोबर आय ”
थोरकन सुन संगवारी
ओ मनखे बर तो
एक बरोबर आय
नवा अउ जुन्ना साल,
जेकर छितका कुरिया म
कब ले नइ बने हे
न सब्जी अउ न दाल।
” एक बरोबर आय ”
थोरकन सुन संगवारी
ओ मनखे बर तो
एक बरोबर आय
नवा अउ जुन्ना साल,
जेकर छितका कुरिया म
कब ले नइ बने हे
न सब्जी अउ न दाल।