Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Mar 2017 · 1 min read

** एक प्रेमिका ने प्रेमी से कहा **

एक प्रेमिका ने प्रेमी से कहा
****
पत्थरों से दिल लगाने से क्या मिलेगा

दिल ही लगाना है तो फूलों से लगाओ

प्रेमी ने बहुत ही सुंदर जवाब दिया

फूलों से भी क्या दिल लगाना

आज लगाया तो कल दिल मुरझाया

पत्थरों में ही है सच्ची वफ़ा का साया

फूलों की तरह नाजुक हसीनाओं ने तो

बेरहमी से आशिकों का दिल ठुकराया

पत्थरों पर तो लिखा दिलबर का नाम

कभी आसानी से क्या कोई मिटा पाया ।।
?मधुप बैरागी

धुंधली-सी उनकी परछाई

मेरे सीने में उतर आई है

वो ख्वाब है या हकीकत

जो नजरों में समायी है।।
?मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 424 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
Be happy with the little that you have, there are people wit
Be happy with the little that you have, there are people wit
पूर्वार्थ
ईर्ष्या
ईर्ष्या
नूरफातिमा खातून नूरी
"टी शर्ट"
Dr Meenu Poonia
शिवकुमार बिलगरामी के बेहतरीन शे'र
शिवकुमार बिलगरामी के बेहतरीन शे'र
Shivkumar Bilagrami
विद्या-मन्दिर अब बाजार हो गया!
विद्या-मन्दिर अब बाजार हो गया!
Bodhisatva kastooriya
चंडीगढ़ का रॉक गार्डेन
चंडीगढ़ का रॉक गार्डेन
Satish Srijan
*ए फॉर एप्पल (लघुकथा)*
*ए फॉर एप्पल (लघुकथा)*
Ravi Prakash
पेड़ नहीं, बुराइयां जलाएं
पेड़ नहीं, बुराइयां जलाएं
अरशद रसूल बदायूंनी
2553.पूर्णिका
2553.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ईमान धर्म बेच कर इंसान खा गया।
ईमान धर्म बेच कर इंसान खा गया।
सत्य कुमार प्रेमी
बस तुम्हें मैं यें बताना चाहता हूं .....
बस तुम्हें मैं यें बताना चाहता हूं .....
Keshav kishor Kumar
"तारीफ़"
Dr. Kishan tandon kranti
सफ़ीना छीन कर सुनलो किनारा तुम न पाओगे
सफ़ीना छीन कर सुनलो किनारा तुम न पाओगे
आर.एस. 'प्रीतम'
मेरी किस्मत
मेरी किस्मत
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
चाँद बदन पर ग़म-ए-जुदाई  लिखता है
चाँद बदन पर ग़म-ए-जुदाई लिखता है
Shweta Soni
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*Author प्रणय प्रभात*
हवलदार का करिया रंग (हास्य कविता)
हवलदार का करिया रंग (हास्य कविता)
दुष्यन्त 'बाबा'
*जी रहें हैँ जिंदगी किस्तों में*
*जी रहें हैँ जिंदगी किस्तों में*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आत्म बोध
आत्म बोध
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आँखों से गिराकर नहीं आँसू तुम
आँखों से गिराकर नहीं आँसू तुम
gurudeenverma198
जो बैठा है मन के अंदर उस रावण को मारो ना
जो बैठा है मन के अंदर उस रावण को मारो ना
VINOD CHAUHAN
मोरे मन-मंदिर....।
मोरे मन-मंदिर....।
Kanchan Khanna
सावन मास निराला
सावन मास निराला
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
धर्मग्रंथों की समीक्षा
धर्मग्रंथों की समीक्षा
Shekhar Chandra Mitra
ग़म-ए-दिल....
ग़म-ए-दिल....
Aditya Prakash
बे-ख़ुद
बे-ख़ुद
Shyam Sundar Subramanian
मेरी पायल की वो प्यारी सी तुम झंकार जैसे हो,
मेरी पायल की वो प्यारी सी तुम झंकार जैसे हो,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
तू सरिता मै सागर हूँ
तू सरिता मै सागर हूँ
Satya Prakash Sharma
मैं स्वयं हूं..👇
मैं स्वयं हूं..👇
Shubham Pandey (S P)
नारी शक्ति का सम्मान🙏🙏
नारी शक्ति का सम्मान🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Loading...