एक प्रण
जो पल गुजर रहे हैं
वह आने वाले पलों से
बेहतर प्रतीत हो रहे हैं
मैं बेवजह ही समय को
कोस कोसकर तब
रोया करती थी
अब भी रो रही हूं
मैं आज एक प्रण लेती हूं कि
अब इसी पल से नहीं
रोऊंगी
क्या पता आने वाले पलों में
फिर बीते हुए पलों को
याद करके
मैं यही बात दोहराऊं।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001