Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Oct 2017 · 1 min read

एक प्यारी सी सुबह

मेरी कलम से……..

आज तुमसे पहले मैं जाग गया,
खिड़की के परदे को हटाया।
तो सूरज की सुनहरी किरणों ने,
तुम्हारे चेहरे पर चुम्बन किया।
तुम्हारा मुखमण्डल सुनहरी किरणों से,
कान्तियुक्त आभावान हो गया।।

पक्षियों के कलरव ने तुम्हारे,
कानों में राग सुनाया।
कलियों फूलों ने खिलकर,
तुम्हें चमन में बुलाया।।

कलियों ने कहा उठो सुंदरी,
अपनी गुलाबी होंठों की रंगत हमें दे दो।
अपने चेहरे की चमक,
प्यार की खुशबू हमें दे दो।।

पेड़ों की लताओं ने कहा कि,
अपनी अदाओं की लचक हमें दे दो।
घटाओं ने फरमाया कि,
अपनी काली घनी ज़ुल्फों में हमे समेट लो।।

कल कल बहते झरनों ने कहा कि,
अपनी अंगड़ाई हमें दे दो।
नागिन सी बलखाती नदियों ने कहा,
अपनी शोखी अपनी मस्ती हमें दे दो।।

हे प्रिय ! सबने कुछ न कुछ तुमसे मांग लिया,
अब मैं क्या मांगू तुमसे…..।
बस यही सोचकर मैंने उस खुदा से,
हरजन्म के लिए तुमको ही मांग लिया।।

कवि संजय गुप्ता
??

Language: Hindi
263 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
" दिल गया है हाथ से "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
अधूरा इश्क़
अधूरा इश्क़
Dr. Mulla Adam Ali
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
कोई भोली समझता है
कोई भोली समझता है
VINOD CHAUHAN
जिसने भी तुमको देखा है पहली बार ..
जिसने भी तुमको देखा है पहली बार ..
Tarun Garg
20. सादा
20. सादा
Rajeev Dutta
*पानी व्यर्थ न गंवाओ*
*पानी व्यर्थ न गंवाओ*
Dushyant Kumar
ସାର୍ଥକ ଜୀବନ ସୁତ୍ର
ସାର୍ଥକ ଜୀବନ ସୁତ୍ର
Bidyadhar Mantry
आधुनिक युग में हम सभी जानते हैं।
आधुनिक युग में हम सभी जानते हैं।
Neeraj Agarwal
मुरली कि धुन
मुरली कि धुन
Anil chobisa
मैंने तो बस उसे याद किया,
मैंने तो बस उसे याद किया,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जुगुनूओं की कोशिशें कामयाब अब हो रही,
जुगुनूओं की कोशिशें कामयाब अब हो रही,
Kumud Srivastava
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
I want to tell you something–
I want to tell you something–
पूर्वार्थ
आंखों में
आंखों में
Dr fauzia Naseem shad
💐प्रेम कौतुक-494💐
💐प्रेम कौतुक-494💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
लेखक कौन ?
लेखक कौन ?
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
वापस
वापस
Harish Srivastava
रामलला ! अभिनंदन है
रामलला ! अभिनंदन है
Ghanshyam Poddar
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
Rj Anand Prajapati
आड़ी तिरछी पंक्तियों को मान मिल गया,
आड़ी तिरछी पंक्तियों को मान मिल गया,
Satish Srijan
माँ वीणा वरदायिनी, बनकर चंचल भोर ।
माँ वीणा वरदायिनी, बनकर चंचल भोर ।
जगदीश शर्मा सहज
मन की दुनिया अजब निराली
मन की दुनिया अजब निराली
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सखि आया वसंत
सखि आया वसंत
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
चलते जाना
चलते जाना
अनिल कुमार निश्छल
बेटियाँ
बेटियाँ
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
23/47.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/47.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
राम संस्कार हैं, राम संस्कृति हैं, राम सदाचार की प्रतिमूर्ति हैं...
राम संस्कार हैं, राम संस्कृति हैं, राम सदाचार की प्रतिमूर्ति हैं...
Anand Kumar
कता
कता
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
Loading...