Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2023 · 1 min read

एक पते की बात

एक पते की बात बताऊं, सबहूं कहूं सनमाने
धर्म रहे हृदय स्थाने, जो नर यह पहचाने
सदा पाप से दूर रहे वह, ईश्वर अल्लाह जाने
एक पते की बात बताऊं, नहीं जिहाद मनमानी
कुदरत की इस कायनात पर, हिंसा है बेमानी
एक पते की बात बताऊं, वंदे माने या न माने
खुद को जो न जान सके, वह खुदा को क्या पहचाने
एक पते की बात बताऊं, सिया राम जग जाने
स्वयं में जो न रमा, राम को वो नर कैंसे जाने
एक पते की बात बताऊं, आगे अल्ला जाने
होती नहीं जिहाद है ऐसी, जो ले बेगुनाहों की जानें
एक पते की बात बताऊं, समझो तो समझाऊं
एक है धरती एक गगन है, एक ही सबकी जानें
एक ही मात पिता की बंदे, सब जग हैं संतानें
एक पते की बात बताऊं, है यह लिखा लिखाया
मानव होकर मानवता को, जो नर समझ ना पाया
पशुपत होकर रहा जगत में, जीवन व्यर्थ गवाया
एक पते की बात बताऊं, बंदे जाने या ना जाने
प्रेम जगत का सार है बंधु, बाकी सभी फंसाने

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 395 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
'प्यासा'कुंडलिया(Vijay Kumar Pandey' pyasa'
'प्यासा'कुंडलिया(Vijay Kumar Pandey' pyasa'
Vijay kumar Pandey
समाज सेवक पुर्वज
समाज सेवक पुर्वज
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
ऐ फूलों पर चलने वालो, काॅंटों पर भी चलना सीखो ,
ऐ फूलों पर चलने वालो, काॅंटों पर भी चलना सीखो ,
Anamika Tiwari 'annpurna '
दे संगता नू प्यार सतगुरु दे संगता नू प्यार
दे संगता नू प्यार सतगुरु दे संगता नू प्यार
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मुरझाए चेहरे फिर खिलेंगे, तू वक्त तो दे उसे
मुरझाए चेहरे फिर खिलेंगे, तू वक्त तो दे उसे
Chandra Kanta Shaw
पीड़ाएं सही जाती हैं..
पीड़ाएं सही जाती हैं..
Priya Maithil
खैरात में मिली
खैरात में मिली
हिमांशु Kulshrestha
मोबाइल
मोबाइल
Shama Parveen
जिंदगी कभी रुकती नहीं, वो तो
जिंदगी कभी रुकती नहीं, वो तो
Befikr Lafz
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*जीवन साथी धन्य है, नमस्कार सौ बार (पॉंच दोहे)*
*जीवन साथी धन्य है, नमस्कार सौ बार (पॉंच दोहे)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल : पेट में दाना नहीं
ग़ज़ल : पेट में दाना नहीं
Nakul Kumar
3890.*पूर्णिका*
3890.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कौन है ऐसा देशभक्त
कौन है ऐसा देशभक्त
gurudeenverma198
"घर घर की कहानी"
Yogendra Chaturwedi
सुख दुख जीवन का संगम हैं
सुख दुख जीवन का संगम हैं
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
सौदा हुआ था उसके होठों पर मुस्कुराहट बनी रहे,
सौदा हुआ था उसके होठों पर मुस्कुराहट बनी रहे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रखें बड़े घर में सदा, मधुर सरल व्यवहार।
रखें बड़े घर में सदा, मधुर सरल व्यवहार।
आर.एस. 'प्रीतम'
गणेश जी का आत्मिक दर्शन
गणेश जी का आत्मिक दर्शन
Shashi kala vyas
खुद पर यकीन,
खुद पर यकीन,
manjula chauhan
😊 #आज_के_सवाल
😊 #आज_के_सवाल
*प्रणय*
हमारी आखिरी उम्मीद हम खुद है,
हमारी आखिरी उम्मीद हम खुद है,
शेखर सिंह
हिरनी जैसी जब चले ,
हिरनी जैसी जब चले ,
sushil sarna
जिन्दगी
जिन्दगी
लक्ष्मी सिंह
"दौलत के सामने"
Dr. Kishan tandon kranti
शिकवे शिकायत करना
शिकवे शिकायत करना
Chitra Bisht
मैंने अपनी, खिडकी से,बाहर जो देखा वो खुदा था, उसकी इनायत है सबसे मिलना, मैं ही खुद उससे जुदा था.
मैंने अपनी, खिडकी से,बाहर जो देखा वो खुदा था, उसकी इनायत है सबसे मिलना, मैं ही खुद उससे जुदा था.
Mahender Singh
କଳା ସଂସ୍କୃତି ଓ ପରମ୍ପରା
କଳା ସଂସ୍କୃତି ଓ ପରମ୍ପରା
Bidyadhar Mantry
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
भीगी पलकें...
भीगी पलकें...
Naushaba Suriya
Loading...