एक नई उम्मीद
🖤 के चल राही , के तुझे मंजिल मिल जाएगी।
तेरे एक कदम आगे बढ़ाते ही , ये दुनिया हिल जाएगी।।🖤
🖤जो है आज तेरा, कल वो तुझे मिल जाएगा।
फटा जो है नसीब तेरा, वक्त के सहारे वो सिल जाएगा।।🖤
🖤जो खड़ा होगा तू अपने पैरों पर, तो ये जहां कंपकंपाएगा।
जो तू बढ़ाएगा एक कदम , तो ये आसमां झुक जाएगा।।🖤
🖤जो चल पड़ा तू अपने मंज़िल की ओर, तो ये वक्त थम जाएगा।
जो पा ली मंजिल तूने, तो ये पर्वत तुझे सलाम फरमाएगा।।🖤
🖤जो नहीं किया तूने कोई घमंड अपनी इस जीत पर,तो सबको तुझ पर गर्व हो आएगा।
तेरा ये गर्व तुझे, स्वर्ग दिखाएगा।।🖤
✍️सृष्टि बंसल