* एक-दूजे-बीच अनमनापनी है *
जब हम सब-मन सनातनी हैं
क्यों फिर हममें यूं तनातनी है
देश,मजहब,जातिनाम पर क्यों
एक- दूजे- बीच अनमनापनी है ।।
मधुपबैरागी
जब हम सब-मन सनातनी हैं
क्यों फिर हममें यूं तनातनी है
देश,मजहब,जातिनाम पर क्यों
एक- दूजे- बीच अनमनापनी है ।।
मधुपबैरागी