Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jul 2020 · 1 min read

एक दिन मंजिल मिल जाएगी

एक दिन मंजिल मिल जाएगी
***********************

हौसलें कभी भी ना हो पस्त
चाहे दिनकर जाए हो अस्त

चिता सी चिन्ताएँ भी त्यागिए
मस्ती में तुम रहो सदैव मस्त

अर्जुन सा सदा लक्ष्य मीन पर
हो जाओ निशाने पर परस्त

विजय को ही मन में धार लो
कारज सारे कर सदैव हस्त

विफलताओं का करो सामना
सफलताएँ मिलेंगी जबरदस्त

पराजय से कभी न घबराओ
ख्वाब नजर आएंगे मदमस्त

एक दिन मंजिल मिल जाएगी
राह में लगाते रहना गश्त

सुखविन्द्र एकाग्रता का खेल
समस्याएं हो जाएंगी निरस्त
**********************

सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

1 Like · 1 Comment · 573 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

औरतें
औरतें
Neelam Sharma
प्यार चाहा था पा लिया मैंने।
प्यार चाहा था पा लिया मैंने।
सत्य कुमार प्रेमी
प्यारे घन घन घन कर आओ
प्यारे घन घन घन कर आओ
Vindhya Prakash Mishra
मजदूर की व्यथा
मजदूर की व्यथा
Rambali Mishra
*जीवन के गान*
*जीवन के गान*
Mukta Rashmi
समर्पित भाव
समर्पित भाव
ललकार भारद्वाज
कलयुग का प्रहार
कलयुग का प्रहार
Jai Prakash Srivastav
* हाथ मलने लगा *
* हाथ मलने लगा *
surenderpal vaidya
ऐ दिल सम्हल जा जरा
ऐ दिल सम्हल जा जरा
Anjana Savi
स्त्री चेतन
स्त्री चेतन
Astuti Kumari
समय के साथ ही हम है
समय के साथ ही हम है
Neeraj Agarwal
आओ मिलन के दीप जलाएं
आओ मिलन के दीप जलाएं
भगवती पारीक 'मनु'
ज्ञान प्रकृति का हम पाएं
ज्ञान प्रकृति का हम पाएं
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
अनारकली भी मिले और तख़्त भी,
अनारकली भी मिले और तख़्त भी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*आयु मानव को खाती (कुंडलिया)*
*आयु मानव को खाती (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
🕉️🌸आम का पेड़🌸🕉️
🕉️🌸आम का पेड़🌸🕉️
Radhakishan R. Mundhra
आरजू ओ का कारवां गुजरा।
आरजू ओ का कारवां गुजरा।
Sahil Ahmad
कीजिए
कीजिए
*प्रणय*
फ़ासले
फ़ासले
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
चाँद ज़मी पर..
चाँद ज़मी पर..
हिमांशु Kulshrestha
"जियो जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी जीने के दो ही फ़ेसले हैं
जिंदगी जीने के दो ही फ़ेसले हैं
Aisha mohan
कहीं खूबियां में भी खामियां निकाली जाती है, वहीं कहीं  कमियो
कहीं खूबियां में भी खामियां निकाली जाती है, वहीं कहीं कमियो
Ragini Kumari
कुछ नींदों से अच्छे-खासे ख़्वाब उड़ जाते हैं,
कुछ नींदों से अच्छे-खासे ख़्वाब उड़ जाते हैं,
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
थोड़ा खुदसे प्यार करना
थोड़ा खुदसे प्यार करना
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
"मौत से क्या डरना "
Yogendra Chaturwedi
4103.💐 *पूर्णिका* 💐
4103.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कहमुकरी
कहमुकरी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
"जगह-जगह पर भीड हो रही है ll
पूर्वार्थ
उम्र ज्यादा नहीं है,
उम्र ज्यादा नहीं है,
Umender kumar
Loading...