एक चौकीदार…………जागते रहो
आप चाय वाले परधान रक्षक बनो,भक्षक बनो,चोर बनो या बनो चौकीदार
हमने आपके हाथों में ही दी थी इस अखण्ड भारत की सरकार
हम सबको देखना है चाहे नैय्या डूब जाए या हो जाये भँवर के पार
ये तो निर्भर करता है कि कितना कुशल है हमारा होनहार सरदार
वादे, भाषा, अश्वासन,विदेश दौरा, रैली नहीं होता है विकास का आधार
जनता अब ये पूछ रही है नया कौन सा धरोगे रूप या आकार
मान्यवर आप किन-किन मुद्दों पर चुनाव का करेंगे फिर से प्रचार
आप किन-किन के सपनों को कर पायेंगे सच में यहाँ बिल्कुल साकार
भारत की भूखी, नंगी,शोषित, विवश,बेबस जनता रहती है हरदम ही लाचार
क्या लगता है फिर आपको पूर्ण बहुमत का मिलेगा सुखद समाचार
हे भारत के सारथी क्या भारत पुनःभाजपा के रथ पर होगा सवार
क्या इस बार आपके बहुमत के जनमत को जनमानस करेगी अस्वीकार
सौ बात की एक बात राजनीति में मिथ्या है”विकास के आसार”
अब आप ये मत कहना कि”मोदी है तो मुमकिन है”हो जायेगा हवा महल तैयार