एक चेहरे से कई चेहरे बनाने का हुनर।
एक चेहरे से कई चेहरे बनाने का हुनर।
जिंदगी है झूठे रिश्तों को निभाने का हुनर।
,,,,,,,,,,
जिंदगी सिखला ही देती है यहां हर एक को।
आसुओं से जलते ख्वाबों को बुझाने का हुनर।
,,,,,,,,,,
काम आती हैं बहुत दुनियाँ में दोनों नेमतें।
कुछ छुपाने का सलीका कुछ दिखाने का हुनर।
,,,,,,,,,,
मशहूर होंगे आपके सारे फ़साने जान लो।
आपको आ जाये ग़र उनको सुनाने का हुनर।
,,,,,,,,,,
और बातों में कसर रह जाये तो परवाह नहीं।
सीखते हैं लोग दिल से दिल दुखाने का हुनर।
,,,,,,,,,,
याद रखने की विरासत में मिली सौगात है।
काश कोई आये सिखलाये भुलाने का हुनर।
,,,,,,,,,,
और कुछ आये न आये ” नज़र” ख़्वाहिश है यही।
सीख लूँ खुद को मुहब्बत में मिटाने का हुनर।