एक के साथ दूसरा चांद
एक चांद के साथ चांद का होता है दीदार
दाम्पत्य प्रेम प्राकट्य का यह पावन त्योहार।
पति के दीर्घजीवी की रहती सबकी आस
इसी हेतु मे व्रत करे मिटती भूख औ प्यास।
एक चांद के साथ चांद का होता है दीदार
दाम्पत्य प्रेम प्राकट्य का यह पावन त्योहार।
पति के दीर्घजीवी की रहती सबकी आस
इसी हेतु मे व्रत करे मिटती भूख औ प्यास।