Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2024 · 1 min read

एक एहसास

क्या तुम्हें एहसास है, कैसा लगा होगा
सामने आँख के, सपना फिसल गया होगा l

जिसका, मुद्दतों इंतज़ार किया था तुमने
वो मिला, तो उसने तुम्हें, न पहचाना होगा l

कुछ न मिला आज भी जो काम ढूँढने निकला
वो सुबह फिर , क़िस्मत आज़माने रवाना होगा l

और उसके बाद ,सवालात की रात सो सी गई
तकिये के नीचे छिपे सवालों ने , सुबह जगाया होगा II

डा राजीव “सागरी”

21 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Rajeev Jain
View all
You may also like:
जन कल्याण कारिणी
जन कल्याण कारिणी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बहर-ए-ज़मज़मा मुतदारिक मुसद्दस मुज़ाफ़
बहर-ए-ज़मज़मा मुतदारिक मुसद्दस मुज़ाफ़
sushil yadav
विषम परिस्थियां
विषम परिस्थियां
Dr fauzia Naseem shad
" रहना तुम्हारे सँग "
DrLakshman Jha Parimal
आज फ़िर एक
आज फ़िर एक
हिमांशु Kulshrestha
अतीत
अतीत
Bodhisatva kastooriya
यादें मोहब्बत की
यादें मोहब्बत की
Mukesh Kumar Sonkar
सच्चा मन का मीत वो,
सच्चा मन का मीत वो,
sushil sarna
एक सच और सोच
एक सच और सोच
Neeraj Agarwal
माँ महागौरी है नमन
माँ महागौरी है नमन
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
प्राण प्रतीस्था..........
प्राण प्रतीस्था..........
Rituraj shivem verma
Beginning of the end
Beginning of the end
Bidyadhar Mantry
चुनना किसी एक को
चुनना किसी एक को
Mangilal 713
☝#अनूठा_उपाय-
☝#अनूठा_उपाय-
*प्रणय प्रभात*
ज़िंदगी में हर मोड़ मुहब्बत ही मुहब्बत है,
ज़िंदगी में हर मोड़ मुहब्बत ही मुहब्बत है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आओ मिलकर नया साल मनाये*
आओ मिलकर नया साल मनाये*
Naushaba Suriya
Falling Out Of Love
Falling Out Of Love
Vedha Singh
खींचकर हाथों से अपने ही वो सांँसे मेरी,
खींचकर हाथों से अपने ही वो सांँसे मेरी,
Neelam Sharma
Gatha ek naari ki
Gatha ek naari ki
Sonia Yadav
Love is
Love is
Otteri Selvakumar
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
"I'm someone who wouldn't mind spending all day alone.
पूर्वार्थ
नन्हा मछुआरा
नन्हा मछुआरा
Shivkumar barman
"वेदना"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा निवेदन
दोहा निवेदन
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
3920.💐 *पूर्णिका* 💐
3920.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल _क़सम से दिल में, उल्फत आ गई है ।
ग़ज़ल _क़सम से दिल में, उल्फत आ गई है ।
Neelofar Khan
" ढले न यह मुस्कान "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
तंत्र  सब  कारगर नहीं होते
तंत्र सब कारगर नहीं होते
Dr Archana Gupta
Loading...