Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Oct 2024 · 1 min read

एक उम्र तक तो हो जानी चाहिए थी नौकरी,

एक उम्र तक तो हो जानी चाहिए थी नौकरी,
या पुरुषों को ढूंढ लेना चाहिए कमाई का जरिया
जैसे जैसे उम्र बढ़ेगी ये मलाल बढ़ता जाएगा..❤️🌻

7 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
छठ पूजा
छठ पूजा
©️ दामिनी नारायण सिंह
3476🌷 *पूर्णिका* 🌷
3476🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
जीवन में प्रकाश, जुगनू की तरह आया..
जीवन में प्रकाश, जुगनू की तरह आया..
Shweta Soni
तय
तय
Ajay Mishra
चुनाव में मीडिया की भूमिका: राकेश देवडे़ बिरसावादी
चुनाव में मीडिया की भूमिका: राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
प्रेम के दो  वचन बोल दो बोल दो
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
Dr Archana Gupta
शादी होते पापड़ ई बेलल जाला
शादी होते पापड़ ई बेलल जाला
आकाश महेशपुरी
"रुकना नही"
Yogendra Chaturwedi
कोई तो डगर मिले।
कोई तो डगर मिले।
Taj Mohammad
कविता-
कविता- "हम न तो कभी हमसफ़र थे"
Dr Tabassum Jahan
आज के समय में शादियों की बदलती स्थिति पर चिंता व्यक्त की है।
आज के समय में शादियों की बदलती स्थिति पर चिंता व्यक्त की है।
पूर्वार्थ
रूबरू  रहते हो ,  हरजाई नज़र आते हो तुम ,
रूबरू रहते हो , हरजाई नज़र आते हो तुम ,
Neelofar Khan
भीगे अरमाॅ॑ भीगी पलकें
भीगे अरमाॅ॑ भीगी पलकें
VINOD CHAUHAN
कहां से लाऊं शब्द वो
कहां से लाऊं शब्द वो
Seema gupta,Alwar
*अध्याय 2*
*अध्याय 2*
Ravi Prakash
हमारा देश
हमारा देश
SHAMA PARVEEN
तन को कष्ट न दीजिए, दाम्पत्य अनमोल।
तन को कष्ट न दीजिए, दाम्पत्य अनमोल।
जगदीश शर्मा सहज
■ बड़ा सवाल ■
■ बड़ा सवाल ■
*प्रणय प्रभात*
राह दिखा दो मेरे भगवन
राह दिखा दो मेरे भगवन
Buddha Prakash
मेरा दुश्मन
मेरा दुश्मन
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
आखिर कब तक इग्नोर करोगे हमको,
आखिर कब तक इग्नोर करोगे हमको,
शेखर सिंह
छोड़ जाते नही पास आते अगर
छोड़ जाते नही पास आते अगर
कृष्णकांत गुर्जर
कई बार हमें वही लोग पसंद आते है,
कई बार हमें वही लोग पसंद आते है,
Ravi Betulwala
पर स्त्री को मातृशक्ति के रूप में देखना हनुमत दृष्टि है, हर
पर स्त्री को मातृशक्ति के रूप में देखना हनुमत दृष्टि है, हर
Sanjay ' शून्य'
उनसे कहना वो मेरे ख्वाब में आते क्यों हैं।
उनसे कहना वो मेरे ख्वाब में आते क्यों हैं।
Phool gufran
संस्कारी लड़की
संस्कारी लड़की
Dr.Priya Soni Khare
6. शहर पुराना
6. शहर पुराना
Rajeev Dutta
" चुनाव"
Dr. Kishan tandon kranti
आया है प्रवेशोत्सव
आया है प्रवेशोत्सव
gurudeenverma198
जन-जन प्रेरक बापू नाम
जन-जन प्रेरक बापू नाम
Pratibha Pandey
Loading...