Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Apr 2021 · 1 min read

ऊर्जा आप भी, मैं भी

ऊर्जा हर जगह स्वतः ही हैं
प्रकृति ने हमे ऊर्जा उपहार में ही दी हैं
काश की हम उसको समय से पहचाह पाए
हर जीव में एक ऊर्जा ही मुस्कुरा रही हैं
फूल के खिलने की मुस्कुराहट भी वही है
हर स्त्री पुरुष सभी की मुस्कुराहट ऊर्जा ही तो हैं
न जाने क्यो हमे समय से समझ नही आता?
या हम भौतिक सुख भोग में जानना ही नही चाहते
पक्षियों का कलरव,भंवरो की गुंजन सभी ऊर्जा ही हैं
हवा का यूं चलना, नदियों का बहना बादलों की चमक
सब के सब ऊर्जा के ही रूप तो हैं पर फिर भी
न जाने क्यो हम समय से पहचाह नही पाते?
जब हम साक्षात देख पाएंगे तो हमे ज्ञान होगा
सच्चा ज्ञान ऊर्जा को समझने का ज्ञान
ऊर्जा तो हर जगह मौजूद है बस हमे
वो दृष्टि चाहिए जो सब देख सके समझ सके
मान्यताओं को छोड़ हमे वास्तविकता को देखना होगा
तब ही हम ऊर्जा को देख पाएंगे पहचाह पाएंगे
ऊर्जा सार्वभौमिक हैं बस इच्छा शक्ति की जरूरत हैं
तो आइए चले मान्यताओं को तोड़ आगे बढ़े
पहनाने अपने को,आप सब को,हम सब को,
अपनी ओढ़ी हुई धारणाओं को छोड़ आगे बढ़ना होगा
अपनी दिग्भर्मित दृष्टि को पहचानाना होगा
देखने की कला को बढ़ाना होगा
अपने को पहचानना होगा
ऊर्जा हम सब ही हैं आप भी,मैं भी,

डॉ मंजु सैनी

Language: Hindi
2 Comments · 408 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Manju Saini
View all
You may also like:
फिर आई बरसात फिर,
फिर आई बरसात फिर,
sushil sarna
अभिमान
अभिमान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
My Guardian Angel
My Guardian Angel
Manisha Manjari
हमने दीवारों को शीशे में हिलते देखा है
हमने दीवारों को शीशे में हिलते देखा है
कवि दीपक बवेजा
" सर्कस सदाबहार "
Dr Meenu Poonia
डबूले वाली चाय
डबूले वाली चाय
Shyam Sundar Subramanian
*अजब है उसकी माया*
*अजब है उसकी माया*
Poonam Matia
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
" कुछ काम करो "
DrLakshman Jha Parimal
लोगों के साथ सामंजस्य स्थापित करना भी एक विशेष कला है,जो आपक
लोगों के साथ सामंजस्य स्थापित करना भी एक विशेष कला है,जो आपक
Paras Nath Jha
3561.💐 *पूर्णिका* 💐
3561.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
🙅इस साल🙅
🙅इस साल🙅
*प्रणय प्रभात*
"हार्ड वर्क"
Dr. Kishan tandon kranti
कोई अपना
कोई अपना
Dr fauzia Naseem shad
मुहब्बत ने मुहब्बत से सदाक़त सीख ली प्रीतम
मुहब्बत ने मुहब्बत से सदाक़त सीख ली प्रीतम
आर.एस. 'प्रीतम'
मुझसे नाराज़ कभी तू , होना नहीं
मुझसे नाराज़ कभी तू , होना नहीं
gurudeenverma198
रामकली की दिवाली
रामकली की दिवाली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
फितरत
फितरत
Kanchan Khanna
*रद्दी अगले दिन हुआ, मूल्यवान अखबार (कुंडलिया)*
*रद्दी अगले दिन हुआ, मूल्यवान अखबार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
पुश्तैनी दौलत
पुश्तैनी दौलत
Satish Srijan
कौन यहाँ पढ़ने वाला है
कौन यहाँ पढ़ने वाला है
Shweta Soni
*शिवे भक्तिः शिवे भक्तिः शिवे भक्ति  भर्वे भवे।*
*शिवे भक्तिः शिवे भक्तिः शिवे भक्ति भर्वे भवे।*
Shashi kala vyas
फितरत है इंसान की
फितरत है इंसान की
आकाश महेशपुरी
जब कैमरे काले हुआ करते थे तो लोगो के हृदय पवित्र हुआ करते थे
जब कैमरे काले हुआ करते थे तो लोगो के हृदय पवित्र हुआ करते थे
Rj Anand Prajapati
मौन
मौन
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Lokesh Sharma
अद्य हिन्दी को भला एक याम का ही मानकर क्यों?
अद्य हिन्दी को भला एक याम का ही मानकर क्यों?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन काफ़िया - आना रदीफ़ - पड़ा
बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन काफ़िया - आना रदीफ़ - पड़ा
Neelam Sharma
🙏 🌹गुरु चरणों की धूल🌹 🙏
🙏 🌹गुरु चरणों की धूल🌹 🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
दुआ को असर चाहिए।
दुआ को असर चाहिए।
Taj Mohammad
Loading...