Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Aug 2017 · 1 min read

** उस वेवफा से क्या कहें **

उस वेवफा से क्या कहें

हाल -ए -दिल अपना

जिसे हाल-ए-दिल

खुद अपना पता नहीं

मिलती थी खुद जिद से

अपनी मुझसे आज क्या

हुआ उसको पता नहीं

रोती थी सिसकियाँ लेके

मेरे कन्धों के सहारे

आज मुझको बेसहारा

कब कर गई पता नहीं

खुद रोने को दो कन्धे

ओर चुन लिए और

ये भी ना सोचा उसने
मेरा….
हाल-ए-दिल क्या होगा

उसने अपनी वेवफाई

इतनी वफ़ा से निभाई

कभी मिलते भी तो

अजनबी की तरह

जैसे …………….
.
मेरा उसे पता नहीं

मैं ग़म की सुई

से फ़टेदिल को
सीना चाहता हूँ

पैबन्द लगाऊं कहाँ

मुझे इसका पता नही ।।

?मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 296 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
लक्ष्मी-पूजन
लक्ष्मी-पूजन
कवि रमेशराज
तमाशा जिंदगी का हुआ,
तमाशा जिंदगी का हुआ,
शेखर सिंह
#लघुकथा / #बेरहमी
#लघुकथा / #बेरहमी
*Author प्रणय प्रभात*
चेहरे पे लगा उनके अभी..
चेहरे पे लगा उनके अभी..
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
मोहब्बत ना सही तू नफ़रत ही जताया कर
मोहब्बत ना सही तू नफ़रत ही जताया कर
Gouri tiwari
लाश लिए फिरता हूं
लाश लिए फिरता हूं
Ravi Ghayal
तुम्हें अपना कहने की तमन्ना थी दिल में...
तुम्हें अपना कहने की तमन्ना थी दिल में...
Vishal babu (vishu)
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
Ram Krishan Rastogi
सोच
सोच
Shyam Sundar Subramanian
हाथों की लकीरों तक
हाथों की लकीरों तक
Dr fauzia Naseem shad
3307.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3307.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
जनता के आवाज
जनता के आवाज
Shekhar Chandra Mitra
ग़ज़ल/नज़्म - इश्क के रणक्षेत्र में बस उतरे वो ही वीर
ग़ज़ल/नज़्म - इश्क के रणक्षेत्र में बस उतरे वो ही वीर
अनिल कुमार
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
मंत्र की ताकत
मंत्र की ताकत
Rakesh Bahanwal
“सुरक्षा में चूक” (संस्मरण-फौजी दर्पण)
“सुरक्षा में चूक” (संस्मरण-फौजी दर्पण)
DrLakshman Jha Parimal
देखकर प्यार से मुस्कुराते रहो।
देखकर प्यार से मुस्कुराते रहो।
surenderpal vaidya
संयम
संयम
RAKESH RAKESH
की तरह
की तरह
Neelam Sharma
हम अरबी-फारसी के प्रचलित शब्दों को बिना नुक्ता लगाए प्रयोग क
हम अरबी-फारसी के प्रचलित शब्दों को बिना नुक्ता लगाए प्रयोग क
Ravi Prakash
Life is too short to admire,
Life is too short to admire,
Sakshi Tripathi
समस्या है यह आएगी_
समस्या है यह आएगी_
Rajesh vyas
नम आँखे
नम आँखे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
माफ करना मैडम हमें,
माफ करना मैडम हमें,
Dr. Man Mohan Krishna
गिल्ट
गिल्ट
आकांक्षा राय
खेल सारा सोच का है, हार हो या जीत हो।
खेल सारा सोच का है, हार हो या जीत हो।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
शक्ति की देवी दुर्गे माँ
शक्ति की देवी दुर्गे माँ
Satish Srijan
तू ज़रा धीरे आना
तू ज़रा धीरे आना
मनोज कुमार
जब कभी मन हारकर के,या व्यथित हो टूट जाए
जब कभी मन हारकर के,या व्यथित हो टूट जाए
Yogini kajol Pathak
"जब"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...