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1 Jul 2019 · 1 min read

उस रोज तम्हें देखा

उस रोज तुम्हें देखा
फिर रोज तुम्हें देखा
हर पल तेरा चेहरा देखा
पलता ख्वाब सुनहरा देखा

कुछ देख के नजर झुकाई थी
कुछ पल को फिर शरमाई थी
कुछ सुनना था शायद तुझको
कुछ कहना था शायद मुझको

दोनों के बीच दूरी थी
कोई बात अभी अधूरी थी
दिल का हाल सुना जाना
तू मुड़ के हाथ हिला जाना

बेशक दोनों अनजान रहें
पर इतनी सी पहचान रहे
तू चाँद मैं तेरा तारा बनके
एक दूजे के दिल में चमके

सागर

Language: Hindi
1 Like · 274 Views
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