उसकी याद कर ले , हे बन्दे !
उसकी याद कर ले , हे बन्दे !
जीवन जिसने तुझको दिया है,
तेरी रक्षा उसने किया है,
घाट घाट में फिर ना बन्दे,
दिल में तेरे वास किया है।
उसकी याद कर ले , हे बन्दे !
जिसके बिना ना कोई बुझे,
उसके मन मर्जी बिन कोई ना रूठें,
गीत भजन का गा लो बन्दे,
सुमिरन कर के कुछ पा बन्दे।
उसकी याद कर ले , हे बन्दे !
जहाँ भी खोजो गे तुम उसकी,
कण कण में तुम पाओगे,
जीत हार सब उसका है बन्दे,
प्रीत उसी कर तू बन्दे ।
उसकी याद कर ले , हे बन्दे !
रचनाकार –
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।