उम्र बहुत थोडी पाते हैं
यदा कदा ही तो आते हैं भारत के रख वाले
उम्र बहुत थोड़ी पाते हैं, देश जगाने वाले
कोलकता की काली माँ से देव तत्व को पाकर
सन्यासी बन कर नरेंद्र ने धर्म सभा में जाकर
भारतीय संस्कृति पर बोले अंगद पैर जमाया
धर्म के सच्चे स्वरूप को स्वामी ने समझाया
गये विवेकानंद साफ कर धर्मांध के जाले
उम्र बहुत थोड़ी पाते हैं, देश जगाने वाले (1)
झाँसी की रानी बलिदानी, बचपन की मनु प्यारी
देशभक्ति और स्वाभिमान की नन्ही सी चिंगारी
अंग्रेजों ने उससे लड़कर नाकों चने चवाये
तेइस वर्ष की मर्दानी जीवित पकड़ न पाये
परतंत्र के अंधकार में, देकर गयी उजाले
उम्र बहुत थोड़ी पाते हैं, देश जगाने वाले (2)
भारत से अंग्रेज भगाने, रची बोस ने सेना
कहा ‘रक्त दो आज़ादी लो’ वह भी अधिक जिये ना
आजादी का सुरज शायद उनके भाग्य नहीं था
समाचार उनकी मृत्यु का, शासन कहे सही था
नहीं मृत्यु से कभी डरे हैं, गीता गाने वाले
उम्र बहुत थोड़ी पाते हैं, देश जगाने वाले (3)
लाल बहादुर जैसा कर्मठ, भारत माँ का प्यारा
पाकिस्तान पराजित करके, खुद किस्मत से हारा
तासकंद में कूट्नीति ने, पलटा जीता पासा
रहस्यमयी उनकी मृत्यु का अब तक नहीं खुलासा
जय जवान और जै किसान कह सबके हृदय उछाले
उम्र बहुत थोड़ी पाते हैं, देश जगाने वाले (4)