उम्मीद
जब जब आवाज़ आयी कुछ होंठ बुदबुदाए
लगा तुमने कुछ कहा है, लगा हमसे कुछ कहा है।
हर बार मुड़ के देखा फिर भी नजर न आएं
बाहर नहीं दिखे जो, दिल में नजर वो आये।
दिल में नज़र वो आये.–2
जब जब आवाज़ आयी कुछ होंठ बुदबुदाए
लगा तुमने कुछ कहा है, लगा हमसे कुछ कहा है।
हर बात की हकीकत हम खुल के कहते जाएं
कहीं बात दो दिलों की दिल में ही रह न जाएं।
दिल में ही रह न जाएं–2
जब जब आवाज़ आयी कुछ होंठ बुदबुदाए
लगा तुमने कुछ कहा है, लगा हमसे कुछ कहा है।
बातें भी कुछ नही हैं, कहना जो तुमसे चाहें
फिर भी अजब ख़ुमारी दिल में असर दिखाए
दिल में असर दिखाए–2
जब जब आवाज़ आयी कुछ होंठ बुदबुदाए
लगा तुमने कुछ कहा है, लगा हमसे कुछ कहा है।
तुम क्या हो किस तरह से अहसास हम कराएं
जीने की तुम दवा हो सांसों में तुम समाए
सांसों में तुम समाए–2
जब जब आवाज़ आयी कुछ होंठ बुदबुदाए
लगा तुमने कुछ कहा है, लगा हमसे कुछ कहा है।