उम्मीद
उम्मीद जिसे हम आस , आशा, ख़्वाहिश, अपेक्षा, भरोसा आदि जैसे असंख्य नामों से जानते है, यक़ीनन उम्मीद वह खूबसूरत एहसास है जो हमारी ज़िंदगी में खुशियों के रंग ही नहीं भरती बल्कि हमारी कामयाबी के कठिन और दुश्वार रास्तों को भी आसान बनाती है, उम्मीद है तो सब कुछ मुमकिन है उम्मीद के बिना ज़िंदगी में जैसे कुछ भी नहीं, उम्मीद हमें जीने का हौंसला देती है या यूँ कहें कि उम्मीद के बगैर हम ज़िंदगी का तसव्वुर भी नहीं कर सकते उम्मीद के बिना जिंदगी में कुछ भी नहीं, एक उम्मीद ही होती है जो नामुमकिन को भी मुमकिन करने का जज़्बा हमारे अंदर पैदा कर देती है हमारे हौसलों को पंख ही नहीं देती बल्कि हमें उड़ना भी सिखा देती है और इसी उम्मीद के भरोसे हम हर नामुमकिन काम को भी मुमकिन कर दिखाते हैं, कहते भी है कि उम्मीद पर दुनिया क़ायम है, तो ये हक़ीक़त है ,उम्मीद के दम पर हम दुनिया को जीत सकते हैं वहीं इसके न होने पर हम दुनिया को , तो कभी अपनी ज़िंदगी को भी हार जाते हैं ।
इसलिए हमें कोशिश करनी चाहिए कि हम कभी अपनी उम्मीद को खत्म न होने दे और इसमें कोई दो राय नहीं है कि हम अपनी उम्मीद के उजाले से अपनी नाउम्मीदी और मायूसी के अंधेरो को दूर कर सकते है और अपनी ज़िंदगी को खुशियों से भर सकते है ।
यह उम्मीद ही हो तो होती है जो अभी हम खुद से करते है तो कभी दूसरों से रखते हैं , दूसरों से उमीद रखना अक्सर हमें मायूस कर देता है हमारी ज़िंदगी को खुशहाल बनाने में उम्मीद अहम किरदार निभाती है , हम जब कभी अपनी उम्मीद खोते हैं तो अंदर से टूट जाते हैं और जब कोई हमारा हमारी उम्मीद तोड़ता है तो एक बे’यकीनी हमारे दिल में घर कर जाती है और हमारा यकीन ऐसा टूटता है कि हम चाह कर भी न किसी से कोई उम्मीद रख पाते हैं और न किसी पर कभी यकीन कर पाते हैं , बहुत से कमज़ोर दिल के लोग तो उम्मीद टूट जाने पर अपनी ज़िंदगी तक को हार जाते हैं इसलिए हम सभी की कोशिश होनी चाहिए कि उम्मीद हमेशा अपने रब और खुद से रखनी चाहिए , उम्मीदें ज़्यादा नहीं मुख़्तसर रखें , दूसरों से उम्मीद रखने से पहले देख लें कि जिससे आप उम्मीद रख रहें हैं वो आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने के क़ाबिल हैं भी या नहीं, बेकार में बे’एतबार लोगों से उम्मीद रखना बेवकूफ़ी के सिवा कुछ भी नहीं,उम्मीद के टूटने का दर्द कितना तकलीफ़ देता है ये वही महसूस कर सकता है जिसकी उम्मीद टूटी होती है किसी की उम्मीद हमसे कभी न टूटे ये कोशिश हम सभी को पूरे दिल से करनी चाहिए,माना की ज़िंदगी में वो सब हासिल नहीं होता जिसकी उम्मीद हमें शिद्दत से होती है लेकिन ये ज़िंदगी है हमें उम्मीद होती है लेकिन हर उम्मीद हमारी पूरी हो या कोई दूसरा हमारी उम्मीद पर उतरे ये ज़रूरी तो नहीं , लेकिन जब तक सांस चले उम्मीद का दामन भी कभी न छोड़े ,एक दिन सब ठीक हो जाएगा ये अंधेरे में चमकती एक उम्मीद की रोशनी ही तो है जो हमें ज़िंदगी में हौसलें के साथ हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है और वैसे भी हम उम्मीद के उजाले से ही नाउम्मीदी के अंधेरो को कामयाबी के साथ दूर भगा सकते हैं याद रखें दूसरों से उम्मीदें वाबस्ता रखना महज़ अपनी खुशी के लिए गलत है ऐसी बे’वजह की उम्मीदें हमारे दुःख की वजह बनती हैं इसलिए इससे हमेशा दूर रहें बहरहाल टूटती हैं उम्मीदें लेकिन फिर भी टूटी उम्मीद में एक उम्मीद की रोशनी हमारी नाउम्मीदी के अंधेरो को दूर कर देती है या एक तरह से कहें तो उम्मीद हमारे ज़िंदा होने की पहली शर्त है और हमारी ज़िंदगी का सबसे बड़ा सहारा इसलिए अपनी उम्मीद को कभी भी किसी भी क़ीमत पर खत्म न होने दें ।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद