उम्मीदों का सूरज ढलने लगा है
उम्मीदों का सूरज ढलने लगा है
मेरा यार खुद को बदलने लगा है
आज जब उसने जाने को बोला
ठहरा वक्त गया चलने लगा है
हम बिखरे मगर यह तस्सली है
कोई तो है जो संभलने लगा है
मैं खुश हूं की मेरा यार खुश है
दिल मगर ज़रा जलने लगा है
वो दे गया दर्दों-गम की सौगात
सौगात से दिल बहलने लगा है
रास नहीं आती खुली हवा अब
वो बंद कमरे में टहलने लगा है
🖤