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10 Sep 2018 · 2 min read

उपवास अन्न का नही विचारों का करे.

pura jarur pade
? कपड़े हो गए छोटे
? लाज कहाँ से आए
?रोटी हो गई ब्रैड
? ताकत कहाँ से आए
? फूल हो गए प्लास्टिक के
♨ खुशबू कहाँ से आए
?चेहरा हो गया मेकअप का
?? रूप कहाँ से आए
? शिक्षक हो गए टयुशन के
? विद्या कहाँ से आए
? भोजन हो गए होटल के
✊ तंदरुस्ती कहाँ से आए
? प्रोग्राम हो गए केबल के
? संस्कार कहाँ से आए
? आदमी हो गए पैसे के
? दया कहाँ से आए
? धंधे हो गए हायफाय
? बरकत कहाँ से आए
? ताले हौ गए पासवर्ड
? सैफटी कहाँ से आए
? भक्त हो गए स्वार्थी
? भगवान कहाँ से आए
? रिश्तेदार हो गये व्हाट्सऐप पे
?? मिलने कहाँ से आए
: मंदिर के बाहर लिखा हुआ एक खुबसुरत सच……

“अगर उपवास करके भगवान खुश होते,

तो इस दुनिया में बहुत दिनो तक खाली पेट
रहनेवाला भिखारी सबसे सुखी इन्सान होता..

उपवास अन्न का नही विचारों का करे….

इंसान खुद की नजर में सही होना चाहिए, दुनिया तो भगवान से भी दुखी है!

आज का विचार:

चिड़िया ?जब जीवित रहती है
तब वो किड़े-मकोड़े को खाती है।

और चिड़िया? जब मर जाती है तब
किड़े-मकोड़े उसको खा जाती है।

इसलिए इस बात का ध्यान रखो की समय और स्थिति कभी भी बदल सकते है.

?इसलिए कभी किसी का अपमान मत करो
?कभी किसी को कम मत आंको।
?तुम शक्तिशाली हो सकते हो पर समय तुमसे भी शक्तिशाली है।
?एक पेड़ से लाखो माचिस की तिलियाँ बनाई जा सकती है।
? पर एक माचिस की तिली से लाखो पेड़ भी जल सकते है।

?कोई चाहे कितना भी महान क्यों ना हो जाए, पर कुदरत कभी भी किसी को महान बनने का मौका नहीं देती।

?कंठ दिया कोयल को, तो रूप छीन लिया ।
?रूप दिया मोर को, तो ईच्छा छीन ली ।
?दी ईच्छा इन्सान को, तो संतोष छीन लिया ।
?दिया संतोष संत को, तो संसार छीन लिया।

☝मत करना कभी भी ग़ुरूर अपने आप पर ‘ऐ इंसान’
☝ भगवान ने तेरे और मेरे जैसे कितनो को मिट्टी से बना कर, मिट्टी में मिला दिए ।
? इंसान दुनिया में तीन चीज़ो के लिए मेहनत करता है

1-मेरा नाम ऊँचा हो .
२ -मेरा लिबास अच्छा हो .
3-मेरा मकान खूबसूरत हो ..

लेकिन इंसान के मरते ही भगवान उसकी तीनों चीज़े
सबसे पहले बदल देता है

१- नाम = (स्वर्गीय )
२- लिबास = (कफन )
३-मकान = ( श्मशान )

जीवन की कड़वी सच्चाई जिसे हम समझना नहीं चाहते ?
?????
ये चन्द पंक्तियाँ
जिसने भी लिखी है
खूब लिखी है।

एक पत्थर सिर्फ एक बार मंदिर जाता है और भगवान बन जाता है ..
इंसान हर रोज़ मंदिर जाते है फिर भी पत्थर ही रहते है ..!!
? NICE LINE?
एक औरत बेटे को जन्म देने के लिये अपनी सुन्दरता त्याग देती है…….
और
वही बेटा एक सुन्दर बीवी के लिए अपनी माँ को त्याग देता है
********[**********]*****
जीवन में हर जगह
हम “जीत” चाहते हैं…

सिर्फ फूलवाले की दूकान ऐसी है
जहाँ हम कहते हैं कि हमें
“हार” चाहिए।
ये ज़िन्दगी जैसी भी है,
बस एक ही बार मिलती है।

Language: Hindi
2 Comments · 1667 Views
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