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22 Feb 2024 · 1 min read

उन कचोटती यादों का क्या

उन कचोटती यादों का क्या
यादों के घड़े भर मीठे पानी को
जैसे एक मुट्ठी नमक ने
खारा कर दिया

ये यादें भी ना
एक अजीब शय है

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