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19 Aug 2021 · 1 min read

उनके साथ बिताये पलों की यादें

याद तो तुम
हर पल ही आते हो
मैं तुम्हें कैसे भूल जाऊं और
क्यों भूल जाऊं
जिसने मुझे इतना प्यार किया
इतना स्नेह दिया
खुद से भी बढ़कर
उसे मैं कैसे भूल जाऊं
मैं इस दुनिया के रंग में नहीं
रंगती
इसकी चमक दमक से कोसों दूर हूं
जो मेरे अपनों से
मुझे एक पल के लिए भी
जुदा करे
ऐसे हर वैभव
हर आराम
हर अरमान से
मीलों दूर हूं
मैं गुजरती भी
उन्हीं रास्तों से हूं जो
मुझे उनकी याद दिलाये
मैं यह शहर
यह घर
यह सामान
कभी नहीं छोडूंगी
जिनसे मेरी उनके साथ
बिताये पलों की यादें बंधी हैं
मैं उनका साथ
कभी नहीं छोडूंगी
चाहे तो वह मुझे छोड़ दे
मेरा हाथ
हमेशा के लिए
छोड़ दे।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
545 Views
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