उद्धार
एक भारत,नेक भारत
यही सदा से हमारा नारा है,
कन्याकुमारी से लेकर
कश्मीर तलक एक एक
इंच हमारा है ।
370 और 35A के पाश
की जकड़,
आतंकवाद की पकड़,
सत्तर सालों से
पैठ जमा कर
बैठी थी ,
छप्पन इंची छाती ने
दिया जवाब करारा है ।
आज पहली बार
महसूस किया कि
दमन का दानव
नीति वाले
मानव से हारा है ।
बहुत हुआ
खेल तुष्टि वाला ,
उतरने दो
दृष्टि पर जमा जाला ,
थक गए थे
आहुति दे दे कर,
मां भारती के
अनगिनत सपूतों ने
इस भूमि पर
अपना अमूल्य रक्त
बहा कर
अपना सर्वस्व वारा है ।
यहां से वहां तक
अब देश एक है ,
इस एकता के वास्ते
जो फना हो गए ,
रंग लाया है
उनका लहू ,
वे वीर हुतात्माए भी
आज तर गई
ऐसा सोचती होंगी,
इतिहास रचा जा चुका
महसूस होता है ,
आज घाटी से होकर
बही गंग की धारा है
ये हिन्दुस्तान हमारा है
ये हिन्दुस्तान हमारा है ।।
अपर्णा थपलियाल’ रानू ‘
05.08.2019