Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2024 · 1 min read

उदर-विकार

मरीज का सरसरी तौर पर मुआयना करके डाक्टर ने कहा ……
शायद इसको उदर विकार है,
इसी लिए हाहाकार है.

साथ आये व्यक्ति से पूछा ……
क्या लंबे समय से यह विकार है?
जिसके कारण यह बेकरार है.

कभी कोशिश भी हुई इस के निदान की?
या कोई परवाह नहीं करता इस तडपते ईन्सान की.

साथ आये व्यक्ति ने कहा ……
डाक्टर ! यह तो आज ही की बात है,
हाल ही की वारदात है.

साहब किसी पार्टी से आ रहे हैं,
और ज्यादा खाने की वजह से साँस नहीं ले पा रहे हैं.

डाक्टर बोला ……
मैंने तो पहले ही कहा था पेट की परेशानी है,
और ज्यादा खाना तो वैसे भी नादानी है.

खैर ! कोई बात नहीं दवा दे देता हूँ आराम आ जायेगा,
जिससे यह आराम से साँस ले पायेगा.

मरीज को टोकते हुए …..
उठो बंधु यह गोली खाओ,
और आराम से लेट जाओ.

मरीज कराहते हुए ……
डाक्टर ! क्या परेशानी है,
अरे ऐसी भी क्या नादानी है?

गोली जितनी जगह पेट में होती तो मैं यहाँ आता?
अरे वहां पार्टी में मजे से हलवा नहीं खाता?

51 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Khajan Singh Nain
View all
You may also like:
*धरा पर देवता*
*धरा पर देवता*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हार भी स्वीकार हो
हार भी स्वीकार हो
Dr fauzia Naseem shad
थरमस (बाल कविता)
थरमस (बाल कविता)
Dr. Kishan tandon kranti
तेरे जागने मे ही तेरा भला है
तेरे जागने मे ही तेरा भला है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जब मुझसे मिलने आना तुम
जब मुझसे मिलने आना तुम
Shweta Soni
रंगों के पावन पर्व होली की आप सभी को हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभ
रंगों के पावन पर्व होली की आप सभी को हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभ
आर.एस. 'प्रीतम'
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
मन इतना क्यों बहलाता है, रोज रोज एक ही बात कहता जाता है,
मन इतना क्यों बहलाता है, रोज रोज एक ही बात कहता जाता है,
पूर्वार्थ
गर्म साँसें,जल रहा मन / (गर्मी का नवगीत)
गर्म साँसें,जल रहा मन / (गर्मी का नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
जय श्री राम
जय श्री राम
Neha
वेलेंटाइन डे
वेलेंटाइन डे
Surinder blackpen
कभी कभी
कभी कभी
Sûrëkhâ
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मौलिक विचार
मौलिक विचार
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
Dr arun kumar शास्त्री
Dr arun kumar शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अश्रु (नील पदम् के दोहे)
अश्रु (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
*झगड़े बच्चों में कहॉं चले, सब पल-दो पल की बातें हैं (राधेश्
*झगड़े बच्चों में कहॉं चले, सब पल-दो पल की बातें हैं (राधेश्
Ravi Prakash
आज़ादी की जंग में कूदी नारीशक्ति
आज़ादी की जंग में कूदी नारीशक्ति
कवि रमेशराज
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
Phool gufran
अब तो  सब  बोझिल सा लगता है
अब तो सब बोझिल सा लगता है
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
अन्तर्वासना का ज्वर किसी भी लड़की की तरफ आकर्षण का प्रमुख का
अन्तर्वासना का ज्वर किसी भी लड़की की तरफ आकर्षण का प्रमुख का
Rj Anand Prajapati
Neet aspirant suicide in Kota.....
Neet aspirant suicide in Kota.....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*संवेदना*
*संवेदना*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
याद आते हैं
याद आते हैं
Juhi Grover
अंजाना  सा साथ (लघु रचना ) ....
अंजाना सा साथ (लघु रचना ) ....
sushil sarna
मंदिर की नींव रखी, मुखिया अयोध्या धाम।
मंदिर की नींव रखी, मुखिया अयोध्या धाम।
विजय कुमार नामदेव
अन्तर्मन की विषम वेदना
अन्तर्मन की विषम वेदना
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
4230.💐 *पूर्णिका* 💐
4230.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
11. एक उम्र
11. एक उम्र
Rajeev Dutta
🙅लघुकथा/दम्भ🙅
🙅लघुकथा/दम्भ🙅
*प्रणय*
Loading...