उच्च आयु वर्ग दिवस
आज जब अपनों से छोटों ने
प्रतिदिन की भांति नमन करते हुए
उच्च आयु वर्ग दिवस की बधाई दी
तो मैं आवाक उन्हें देखता रहा क्षणभर
वे मुस्कुराए और पूछा क्या हुआ अंकल जी
मैं सोते से जैसे जागा अनायास
और खड़ा मैं सोचने लगा मन ही मन
कल तक मैं औरों को अंकल जी कहने वाला
आज अचानक इन छोटों का अंकल हो गया
आज एहसास हुआ कि अब तो मैं भी
सीनियर सिटीजन की श्रेणी में खड़ा हो गया
अनायास ही सीधी कमर को विश्राम मिल गया
तेज चलते हुए कदमों को जैसे ब्रेक लग गया
हाथ में पकड़े राशन के थैले बोझ लगने लगे
रंगी हुई लटों से सफेद बाल बाहर झांकने लगे
उम्र के इस पड़ाव पर अब थकान महसूस होने लगी
तरेशठ के हो चुके हो अब यह बात सताने लगी
आज मैं भी सीनियर सिटीजन हूं एहसास हो गया
अब तक जैसे जिया था वो अचानक कहीं खो गया
वीर कुमार जैन
21 अगस्त 2021
उच्च आयु वर्ग दिवस पर विशेष