ईश वन्दना
हे ईश्वर यह शक्ति देना
सबसे हो अच्छा व्यवहार।।
सदा बड़ों के चरण गहे हम
छोटे से हो प्यार आपार।।।
शक्ति देना, भक्ति देना
और देना हमको तुम ज्ञान।
विनती है ये हाथ जोड़कर
देना हमें विद्या का दान।।
मन में सदा राम को रख्खें
नहीं छुरी से हो कुछ काम।
लक्ष्मण से आदर्श बनें हम
रोज कहे हम सीता-राम।।
विजय बेशर्म