ईश्वर रूप मेरी माँ
शीर्षक:ईश्वर रूप मेरी माँ
ईश्वर सा रूप मेरी माँ
तू ही बरकत तू ही मन्नत
तू ही मेरी दुआ और दवा
तेरे बिना अधूरा जीवन
जब से तू गई माँ
तेरे बिन तो अधूरी हुई माँ
तुझसे खुशियां जीवन में
तुझको पूजूँ ईश्वर समान
तू ही खुशी,तू ही हँसी
तू ही जमी मेरी आसमां तू है,
तेरे बिना अधूरा,ये जहान सारा
लगता हैं अब तो सुनसान जग सारा
तू ही आरंभ,तुझसे ही साँसे
तू ही अंत,तू ही आदि मेरी
तू ही मेरी माँ है,तू ही पालनहार मेरी
तेरे बिना अधूरा,जीवन मिले न कोई राह
लगता अब तो माँ तुझ बिन अधूरी मैं
ईश्वर से रूप मेरी माँ का
नौ महीने रक्त से सींच कर,पाला मुझे
मुझे जन्म दिया तुमने तू ही ईश्वर रूप मेरी
इन नन्हें कदमों को सहारा देकर,दिखाई राह
मुझे चलना सिखाया तुमने इस जग में
आज खड़ी हूँ देखो माँ मैंअपने कदमो पे
मेरी माँ की तुलना नही किसी से
क्या लिखूं तुझपे ए माँ,तू तो रूप प्रभु की
मेरे अल्फाज कम पड़ जायेंगे तेरी बात में
इस बाहरी दुनिया से,क्या कहूँ दुख अपना
मुझे मिलाया तुमने ही ईश्वर मूरत से
खुद भूखा रहकर,मुजगे खिलाया हर दी तूने
मुझे खिलाया पाला पोसा ओर बनाया