ईश्वर का प्रेम उपहार , वह है परिवार
ईश्वर ने दिया प्रेम यह वह उपहार है
प्रेम ही प्रेम है इसमें न जीत है न हार है
प्रेम से रिश्ता मजबूत होता है
जैसे मीठा सा शहतूत होता है
मां का बेटे से प्रेम खूब होता है
बेटे का पिता तो मां का महबूब होता है
बेटी और मां के प्रेम में अपनेपन का प्यार होता है
बेटा बेटी से पिता का प्रेम उसका संसार होता है
भाई से भाई के प्रेम में मित्रता होती है
बहन से बहन के प्रेम में सखीपन होता है
सबका एक दूसरे से प्रेम ही परिवार होता है
ओम् यही तो सबसे बड़ा सुख का संसार होता है
ओमप्रकाश भारती ओम्
बालाघाट , मध्यप्रदेश