इस तरह छोड़कर भला कैसे जाओगे।
इस तरह छोड़कर भला कैसे जाओगे।
मेरा भी है वादा ,भूल तुम नहीं पाओगे।
हर कसम ,हर याद पांव से लिपट जायेगी
इनसे तुम पीछा , आखिर कैसे छुडायोगे।
मुश्किल बहुत है छोड़ना ये दीवारो दर
लौट कर तुम ,इनको फिर से सजाओगे।
कितना भी नजरंदाज,तुम करलो हमें
जहां भी देखोगे ,बस हमें ही पाओगे ।
इबादत और सजदे तुम छोड़ना नहीं
यकीं है मुझको ,जल्द मुझे मिल जाओगे
सुरिंदर कौर