इस तरह खुद को ज़ाया करते है
इस तरह खुद को ज़ाया करते है
तड़पते है,और खुद को भिगाया करते है
जीने की ये भी एक कला है,सीख लो
गुज़रें लम्हों को याद कर यूं मन्द मन्द मुस्कुराया करते है
भूपेंद्र रावत
27।04।2020
इस तरह खुद को ज़ाया करते है
तड़पते है,और खुद को भिगाया करते है
जीने की ये भी एक कला है,सीख लो
गुज़रें लम्हों को याद कर यूं मन्द मन्द मुस्कुराया करते है
भूपेंद्र रावत
27।04।2020