इश्क
सुनों ये महॅंगें शौक पाले नहीं मैंने,
मेरे लिए तेरा साथ काफी है।।
मुसीबतें हो या घबरा जाऊं तो,
मेरे हाथों में तेरा हाथ काफी है।
कार की दरकार नहीं मुझे
हम दोपहिए से काम चला लेंगे।
महॅंगें होटल क्यूॅं जाना?
ढाबे में खाना खा लेंगे।
Pizza की मैं शौकीन नहीं
पर रूठूं तो समोसा जरूर खिला देना।
अजी शौक नहीं हवाई यात्रा का
लोकल में मुझे घुमा देना।
PVR सिनेमा न चाहूं
हम घर में आनंद उठायेंगे
पर सुनों,
चाय और पकोड़े तुम बना देना😜
Pantaloons की शॉप नहीं
वो बाजार वाली दुकान से मेरी पसन्द की साड़ी दिला देना🙈
महॅंगें हार किसे चाहिए,
बस तुम प्यार से गले लगा लेना।
महॅंगें झुमकें कौन है चाहे,
बस तुम गोल बाजार से मेरे मन के झुमकें ला देना
कभी दिखूं मैं चिढ़ी -चिढ़ी सी
प्यार से सर दबा देना।
महॅंगें तोहफे तुम न लाना
पर अपनें प्यार,सम्मान और फिक्र का मुझे उपहार देना।
सुनों ज़िम्मेदारियां साथ उठायेंगे
मुझ पर तुम करना यकीं
हम एक दूसरे के हर सुख- दुख में साथ निभाएंगे।
लोगों ने पैसे और बाहरी खूबसूरती की जो गलतफहमी फैलाई है
उन सबको झूठा हम ठहराएंगे,
थोड़े अभावों के बीच,
विश्वास और प्रेम बनेगा ताकत हमारी
और हम ताउम्र साथ मुस्कुरायेगें।।