Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Dec 2019 · 1 min read

इश्क तो हो ही गया..

इश्क तो हो ही गया फिर अब छुपाना क्युँ है!
परिंदों को तेज हवाओं से अब बचाना क्युँ है!

क़ाफ़िले गुज़रे हुए बहुत वक्त हुआ “अनूप”!
अब इन राहों पे चराग़ों को जलाना क्यूँ है!
?-AnoopS©

Language: Hindi
6 Likes · 2 Comments · 172 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गुरु से बडा न कोय🌿🙏🙏
गुरु से बडा न कोय🌿🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आसमां से आई
आसमां से आई
Punam Pande
गंगा काशी सब हैं घरही में.
गंगा काशी सब हैं घरही में.
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
Chubhti hai bate es jamane ki
Chubhti hai bate es jamane ki
Sadhna Ojha
* छलक रहा घट *
* छलक रहा घट *
surenderpal vaidya
गणतंत्र का जश्न
गणतंत्र का जश्न
Kanchan Khanna
छिपी हो जिसमें सजग संवेदना।
छिपी हो जिसमें सजग संवेदना।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
Ek gali sajaye baithe hai,
Ek gali sajaye baithe hai,
Sakshi Tripathi
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
Rj Anand Prajapati
"बेजुबान का दर्द"
Dr. Kishan tandon kranti
*हाथ में पिचकारियाँ हों, रंग और गुलाल हो (मुक्तक)*
*हाथ में पिचकारियाँ हों, रंग और गुलाल हो (मुक्तक)*
Ravi Prakash
पवित्र मन
पवित्र मन
RAKESH RAKESH
बचपन
बचपन
नन्दलाल सुथार "राही"
हिंदी
हिंदी
Bodhisatva kastooriya
हो गई तो हो गई ,बात होनी तो हो गई
हो गई तो हो गई ,बात होनी तो हो गई
गुप्तरत्न
शीर्षक - संगीत
शीर्षक - संगीत
Neeraj Agarwal
यादों की महफिल सजी, दर्द हुए गुलजार ।
यादों की महफिल सजी, दर्द हुए गुलजार ।
sushil sarna
लाल बहादुर शास्त्री
लाल बहादुर शास्त्री
Kavita Chouhan
#गौरवमयी_प्रसंग
#गौरवमयी_प्रसंग
*Author प्रणय प्रभात*
"ईद-मिलन" हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
होलिडे-होली डे / MUSAFIR BAITHA
होलिडे-होली डे / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
15)”शिक्षक”
15)”शिक्षक”
Sapna Arora
मात-पिता केँ
मात-पिता केँ
DrLakshman Jha Parimal
तीज मनाएँ रुक्मिणी...
तीज मनाएँ रुक्मिणी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
यह जिंदगी का सवाल है
यह जिंदगी का सवाल है
gurudeenverma198
प्रयास
प्रयास
Dr fauzia Naseem shad
दिल तड़प उठता है, जब भी तेरी याद आती है,😥
दिल तड़प उठता है, जब भी तेरी याद आती है,😥
SPK Sachin Lodhi
!! फूलों की व्यथा !!
!! फूलों की व्यथा !!
Chunnu Lal Gupta
कैसा कोलाहल यह जारी है....?
कैसा कोलाहल यह जारी है....?
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
कुछ राज़ बताए थे अपनों को
कुछ राज़ बताए थे अपनों को
Rekha khichi
Loading...