इश्क के आलावा भी।
इश्क के अलावा भी करने को यूं बहुत काम है।
हंसकर जीना ही अच्छी जिंदगी की पहचान है।।1।।
ये जरूरी नहीं कि सारी शामें महफिलों की हो।
कहीं पर महकती तो कहीं सुलगती सी शाम है।।2।।
अच्छे खासें थे पर इश्क करके निकम्मे हो गए।
आशिकी की जिन्दगी बस मोहब्बत के नाम है।।3।।
तुम खुश किस्मत हो जो तुम्हें नज़रों ने परखा।
यूं सबको ही ज़िंदगी में मिलते नही कद्रदान है।।4।।
ऐसे रहते है जैसे उनको मरकर जाना ही नहीं।
इस दुनियां में हम सब ही बस एक मेहमान है।।5।।
हम कैसे बताए कि तुम्हे हम कितना चाहते है।
ऐसे समझो कि तुममें बसती ये हमारी जान है।।6।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ