इश्क का रंग मेहंदी की तरह होता है धीरे – धीरे दिल और दिमाग प
इश्क का रंग मेहंदी की तरह होता है धीरे – धीरे दिल और दिमाग पर हावी होता है और जिसकी लत लगा देता है उसके बगैर एक क्षण भी नही रह पाता है।
इश्क का तेरे जब से रंग चढ़ा है।
मन बावला तुझे अपना बनाने को अड़ा है।
RJ Anand Prajapati