Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2024 · 1 min read

इश्क़ हो गया।

इश्क़ हो गया।

अजीब कशमकश में है
परीक्षार्थी ए जिंदगी
मंजिल की तलाश में
सफर से इश्क़ हो गया

ये उम्र थी , इश्क ,प्यार
मोहब्बत, जताने की
हम लगे रहे पढ़ाई में
पढ़ाई से इश्क हो गया।

ये वक्त था , कालेज में मौज,
मस्ती , सुंदरियां घुमाने का
हम पढ़ते रहे लक्ष्मीकांत
लक्ष्मीकांत से इश्क हो गया।

ये दौर था ,व्हाट्सएप, फेसबुक पर
दिन -रात चैटिंग करने का
हम करते रहे ऑनलाइन पढ़ाई
हमे ऑनलाइन इश्क हो गया।

ये समय था ,अन्य मित्रों की तरह
टिकटॉक वीडियो बनाने का
हम नोट्स बनाते रहे,
हमें नोट्स से इश्क हो गया।

ये दौर था यौवन का,
घूमने ,टूर पर जाने का
हम चाल और दूरी निकलते रहे
‘दीप’ समय से इश्क़ हो गया।

-जारी
©कुल’दीप’ मिश्रा

Language: Hindi
1 Like · 101 Views

You may also like these posts

प्रलोभन
प्रलोभन
Rajesh Kumar Kaurav
पुस्तक तो पुस्तक रहा, पाठक हुए महान।
पुस्तक तो पुस्तक रहा, पाठक हुए महान।
Manoj Mahato
थे हम
थे हम
सिद्धार्थ गोरखपुरी
छलावा
छलावा
आशा शैली
छोटी सी बात
छोटी सी बात
Shashi Mahajan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Santosh Soni
दोहात्रयी. . .
दोहात्रयी. . .
sushil sarna
* धन्य अयोध्याधाम है *
* धन्य अयोध्याधाम है *
surenderpal vaidya
जनवासा अब है कहाँ,अब है कहाँ बरात (कुंडलिया)
जनवासा अब है कहाँ,अब है कहाँ बरात (कुंडलिया)
Ravi Prakash
मदनहर छंद
मदनहर छंद
Rambali Mishra
आया बसन्त आनन्द भरा
आया बसन्त आनन्द भरा
Surya Barman
हारे हुए परिंदे को अब सजर याद आता है
हारे हुए परिंदे को अब सजर याद आता है
डॉ. दीपक बवेजा
घृणा प्रेम की अनुपस्थिति है बस जागरूकता के साथ रूपांतरण करना
घृणा प्रेम की अनुपस्थिति है बस जागरूकता के साथ रूपांतरण करना
Ravikesh Jha
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
"ढिठाई"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरा जीवन,मेरी सांसे सारा तोहफा तेरे नाम। मौसम की रंगीन मिज़ाजी,पछुवा पुरवा तेरे नाम। ❤️
मेरा जीवन,मेरी सांसे सारा तोहफा तेरे नाम। मौसम की रंगीन मिज़ाजी,पछुवा पुरवा तेरे नाम। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
“तुम हो तो सब कुछ है”
“तुम हो तो सब कुछ है”
DrLakshman Jha Parimal
अंधकार जो छंट गया
अंधकार जो छंट गया
Mahender Singh
आओ!
आओ!
गुमनाम 'बाबा'
नारी : एक अतुल्य रचना....!
नारी : एक अतुल्य रचना....!
VEDANTA PATEL
प्यार का रिश्ता, जन्म का रिश्ता
प्यार का रिश्ता, जन्म का रिश्ता
Surinder blackpen
कोई कितना बिख़र गया कैसे ,
कोई कितना बिख़र गया कैसे ,
Dr fauzia Naseem shad
नन्ही परी और घमंडी बिल्ली मिनी
नन्ही परी और घमंडी बिल्ली मिनी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पत्थर जैसे दिल से दिल लगाना पड़ता है,
पत्थर जैसे दिल से दिल लगाना पड़ता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लोकशैली में तेवरी
लोकशैली में तेवरी
कवि रमेशराज
7. In Memoriam ( An Elegy )
7. In Memoriam ( An Elegy )
Ahtesham Ahmad
ख़ामोशी
ख़ामोशी
Dipak Kumar "Girja"
जो भुगत कर भी थोथी अकड़ से नहीं उबर पाते, उन्हें ऊपर वाला भी
जो भुगत कर भी थोथी अकड़ से नहीं उबर पाते, उन्हें ऊपर वाला भी
*प्रणय*
4363.*पूर्णिका*
4363.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वीर गाथा - डी के निवातिया
वीर गाथा - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
Loading...