इरादा कर लिया
हाल कुछ हो मुस्कुराने का इरादा कर लिया
आज गम को भी हराने का इरादा कर लिया
आजकल तो शहर सारा मुझपे मरता है मगर।
अब सनम तुझे रिझाने का इरादा कर लिया।।
मंत्र जाप पूजा पाठ ध्यान में न जब मिला।
प्रेम में ही रब को पाने का इरादा कर लिया।।
ज्योतिषी के चक्करों में सब लकीरें मिट गईं।
अब पसीना ही बहाने का इरादा कर लिया।।
ज्योति अपनादुख नहीं बताती दुनियावालों को।
रब के आगे सर झुकाने का इरादा कर लिया।।
✍?ज्योति श्रीवास्तव