Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr. Kishan tandon kranti
287 Followers
Follow
Report this post
20 Aug 2024 · 1 min read
” इम्तिहान “
” इम्तिहान ”
मंजिल को ही दोष क्यों दें यारों,
कभी रास्ते भी इम्तिहान लेते हैं।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
3 Likes
·
3 Comments
· 45 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like these posts
✨मुस्कुराना आसान होता है पर मुस्कुराहट के पीछे का राज जानना
Aisha mohan
*इतने दीपक चहुँ ओर जलें(मुक्तक)*
Ravi Prakash
ऐसे हालात क्यूॅं दिखाया तूने ईश्वर !
Ajit Kumar "Karn"
तुलना से इंकार करना
Dr fauzia Naseem shad
जीवन सरल नही
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
उलझा रिश्ता
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
दिल दिया है प्यार भी देंगे
जय लगन कुमार हैप्पी
"अगर हो वक़्त अच्छा तो सभी अपने हुआ करते
आर.एस. 'प्रीतम'
तेरे इकरार का बहुमत चाहिए
Harinarayan Tanha
तुम्हीं मेरी पहली और आखिरी मोहब्बत हो।
Rj Anand Prajapati
sp123 जहां कहीं भी
Manoj Shrivastava
मैं हिन्दुस्तानी !
Shyam Sundar Subramanian
जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भ
Sanjay ' शून्य'
ये बेकरारी, बेखुदी
हिमांशु Kulshrestha
नाक पर दोहे
Subhash Singhai
जब रात बहुत होती है, तन्हाई में हम रोते हैं ,
Neelofar Khan
"बेड़ियाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम में अहम् नहीं,
लक्ष्मी सिंह
नैतिक मूल्यों को बचाए अब कौन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
आज कल के लोग बड़े निराले हैं,
Nitesh Shah
4015.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आपके दिल में क्या है बता दीजिए...?
पंकज परिंदा
आज के समय में शादियों की बदलती स्थिति पर चिंता व्यक्त की है।
पूर्वार्थ
भारत का गौरवगान सुनो
Arvind trivedi
फिर तुम्हारी आरिज़ों पे जुल्फ़ याद आई,
Shreedhar
चलो माना तुम्हें कष्ट है, वो मस्त है ।
Dr. Man Mohan Krishna
"नाम तेरा होगा "
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
😊😊फुल-फॉर्म😊
*प्रणय*
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
पिता
प्रदीप कुमार गुप्ता
Loading...