*इन्हें भी याद करो*
भुला दिया क्यों आज तुमने, ऐसे वीर शहीदों को।
सींचकर अपने लहू से, जन्म दिया हम बीजों को।
भीमराव चंद्र बोस भगत की, भूल गए क्यों आंधी को।
क्यों आज अधिकतर याद करते हो, केवल नेहरू गांधी को।।१।।
मातादीन भंगी वीर उधम सिंह सत्तावन का इतिहास छुपाया।
भूलो न तुम उन्हें जिन्होंने, अपने लहू से कर्ज चुकाया।
चलाता रहूंगा सदैव हमेशा, कहानी ऐसी आदि को।
क्यों आज अधिकतर याद करते हो, केवल नेहरू गांधी।।२।।
याद करो उस क्षण को, जब बेरहमी से यह मरवाए गए।
बाबा साहब जैसे विद्वान, नीचे क्यों बैठे गए?
कहा धरती तेरी है कुर्सी नहीं, याद ना कर सोना चांदी को।
क्यों आज अधिकतर याद करते हो, केवल नेहरू गांधी को।।३।।
बदल दिया था जिन्होंने जब, भारत की तस्वीरों को।
क्यों तुम भुला रहे हो, ऐसे वीर शहीदों को।
दुष्यन्त कुमार नहीं याद रखेगा, केवल यात्रा दांडी को।
क्यों आज अधिकतर याद करते हो केवल नेहरू गांधी को।।४।।